जयशंकर प्रसाद का जीवन एवं साहित्य परिचय क्या है? दोस्तों क्या आप जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय और साहित्य परिचय प्रमुख रचनाएं पढ़ना चाहते हो और इनका जन्म कब हुआ और मृत्यु कब हुई!
इसके बीच में उन्होंने क्या – क्या काम किया इनके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हो और बहुत ही आसानी से उनका जीवन परिचय याद करना चाहते हो तो आज आप इस सही लेख पर आ चुके हो!
क्योंकि आज के इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी इनके बारे में मिलने वाली है! तो दोस्तों स्वागत है आपका आज के आर्टिकल में चलिए हम पढ़ना स्टार्ट करते हैं!
दोस्तों इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी मिलेगी यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको इनका चैप्टर पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी !

जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय
jaishankar prasad का जन्म वेश्या परिवार में हुआ था ! इनका जन्म 1890 में काशी के नाम का एक गांव था उस गांव में हुआ था ! इनके पिता का नाम देवीप्रसाद था ! और इनके भाई का नाम शंभूरतन था
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इनके पिता और भाई की मृत्यु जयशंकर प्रसाद के बचपन में ही हो गई थी !
भाई और पिता की मृत्यु हो जाने के कारण jaishankar prasad के घर की देखभाल का भार जयशंकर प्रसाद के ऊपर आ गया ! और इसी कारण यह विद्यालय में शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए !
लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और प्रसाद जी ने घर पर ही हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, तथा बांग्ला, अनेक भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया ! और 1937 में इनका निधन हो गया !
दोस्तों अगर आप इस प्रकार से जीवन परिचय याद नहीं कर पाते हो तो मैं और आसान भाषा में आपको बता देता हूं इनका जीवन परिचय !
जीवन परिचय शार्ट में
- नाम – जयशंकर प्रसाद
- पिता का नाम – देवी प्रसाद
- भाई का नाम – शंभू रतन
- जन्म – 1890
- जन्म स्थान – काशी
- भाषा – शैली
- भाषा – संस्कृत निशट , खड़ी बोली,
- शैली – प्रबंध काव्य एवं मुक्तक
- प्रमुख रचनाएं – कामायानी, आंसू, लहर, झरना, चित्र, आधार, कानन, कुसुम, प्रेम, पथिक, आदि
- निधन – 1937
- साहित्य में स्थान – भाव और शिल्प दोनों दृष्टियों से हिंदी के युग प्रवर्तक
जयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं
प्रमुख रचनाएं
jaishankar prasad की रचनाएं बहुत सारी हैं प्रमुख रचनाओं के नाम कुछ इस प्रकार हैं !
- कामायानी,
- आंसू,
- लहर,
- झरना,
- चित्र धार,
- कानन,
- कुसुम,
- प्रेम पथिक,
- आदि !
यह सब प्रमुख रचनाएं जयशंकर प्रसाद की हैं !
जयशंकर प्रसाद के नाटक के नाम
jaishankar prasad के नाटक अनेक हैं जिनके नाम कुछ इस प्रकार हैं !
- चंद्रगुप्त !
- स्कंदगुप्त !
- ध्रुवस्वामिनी !
- कामना !
- एक घूंट !
- विशाल !
- कल्याणी !
- अजातशत्रु !
- आदि !
यह सब नाटक प्रसाद जी के द्वारा लिखे गए हैं !
जयशंकर प्रसाद के उपन्यासों के नाम
- कंकाल !
- तितली !
- इरावती !
- यह महत्वपूर्ण उपन्यास प्रसाद जी के हैं !
कहानी संग्रह प्रसाद जी के कौन-कौन से हैं
- छाया !
- आकाशदीप !
- आंधी !
- और इंद्रजाल !
- इनकी कहानी संग्रह हैं !
भाषा शैली
भाषा
प्रसाद जी की भाषा इनकी भाषा
- कामायानी और आंसू में दिखाई देती है ! खड़ीबोली है !
शैली
प्रबंधकाव्य ! एक मुक्तक ! लहर झरना ! यह दोनों प्रसाद जी के अधिकार थी ! कामायानी है कालजई कृति रही है !
हिंदी साहित्य में स्थान
jaishankar prasad जी एक महान कवि थे ! और कभी होने के साथ-साथ लेखक भी थे ! प्रसाद जी निबंधकार भी थे ! नाटककार भी थे ! उपन्यासकार भी थे ! उन्होंने अनेक उपन्यास नाटक एवं निबंध लिखे हैं !
जयशंकर प्रसाद का साहित्य परिचय
जयशंकर प्रसाद जी छायावादी युग के और द्विवेदी युग के महाकवि रहे हैं ! प्रसाद जी कवी होने के साथ-साथ नाटककार और निबंधकार तथा उपन्यासकार भी हैं ! प्रसाद जी की कामायानी एक कालजई कृति है !
इस कृति में छायावादी विशेषताओं का समावेश हुआ है ! प्रसाद जी ने हिंदी भाषा संस्कृत भाषा अंग्रेजी भाषा तथा बांग्ला भाषा आदि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया है !
दोस्तों प्रसाद जी आधुनिक युग हिंदी काव्य के सर्वप्रथम कवि थे ! इन्होंने अपनी कविताओं में सूक्ष्म अनुभूतियों का रहस्यवादी चित्रण प्रारंभ किया था !
और हिंदी काव्य जगत में एक नवीन क्रांति उत्पन्न कर दी इनकी इसी क्रांति में एक नए युग का सूत्रपात किया ! जिसे छायावादी युग के नाम से आज भी जाना जाता है !
जयशंकर प्रसाद के पाठ का संदर्भ
इस पाठ के लेखक वासुदेवशरण अग्रवाल जी है और पाठ का नाम राष्ट्र का स्वरूप है, यही इतना सन्दर्भ है!
बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
1 कामायनि किसकी रचना है
जयशंकर प्रसाद की
2 आशु रचना के लेखक का क्या नाम है
jaishankar prasad
3 लहर किसकी रचना है
jaishankar prasad
4 झरना किसके द्वारा रचना की गई है
जयशंकर प्रसाद
5 जयशंकर प्रसाद जी किस युग के कवि है
छायावादी युग
6 जयशंकर प्रसाद के नाटक का नाम है
चंद्रगुप्त
7 स्कंद गुप्त के लेखक का क्या नाम है
जयशंकर प्रसाद
8 ध्रुवस्वामिनी किसका नाटक है
जयशंकर प्रसाद का
9 कामना नाटक के लेखक का क्या नाम है
जयशंकर प्रसाद
10 कानन कुसुम किसकी रचना है
जयशंकर प्रसाद की
निष्कर्ष
दोस्तों अगर आप यह सारे बहुविकल्पीय प्रश्न ध्यान लगाकर पढ़ लेते हो ! तो आपको यह बहुत ही आसानी से याद हो जाएंगे और अगर आपने यह सारे प्रश्न उत्तर याद कर लिए तो आपको पेपर में कोई भी परेशानी नहीं होगी !
तो दोस्तों आज मैं आशा करता हूं आपको यह लेख पसंद आया होगा ! अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो हमारे इस वेबसाइट को फॉलो जरूर करें इसी प्रकार की और जानकारी प्राप्त करने के लिए! धन्यबाद