मैथिलीशरण गुप्त का जीवन परिचय एवं साहित्य परिचय क्या है! दोस्तो क्या आप मैथिलीशरण गुप्त का जीवन परिचय को याद करना चाहते है, अगर हां में आपका जबाब है और आप सही में याद करना चाहते हो तो आप बिलकुल आज सही वेबसाइट पर आय हो!
आज आपको मैथिलीशरण गुप्त की पूरी जानकारी मिलेगी आपको इनका पूरा पाठ पढ़ने को मिलेगा। जैसे की मैथिलीशरण गुप्त का साहित्य परिचय किया है, और इनका जीवन परिचय क्या है! इनकी कविता क्या है!
इनके पाठ का नाम क्या है संदर्भ इनके पाठ का कैसे लिखें! और कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न भी आपको पढ़ने को मिलेंगे! इस लेख में
तो दोस्तों अगर आप यह सारी जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर हो इसे पढ़ते रहें लास्ट तक तो चलिए पढ़ना शुरू करते हैं!

मैथिलीशरण गुप्त का जीवन परिचय
मैथिलीशरण गुप्त का जन्म 1886 ईसवी में हुआ था! इनका जन्म चिरगांव गांव में झांसी में हुआ था! गुप्त जी के पिता का नाम सेठ राम चरण था!
और इनके पिता हिंदी साहित्य से विशेष प्रेम किया करते थे! गुप्त जी की शिक्षा दीक्षा घर पर ही हुई थी इन्होंने घर पर ही शिक्षा प्राप्त की और 1964 में गुप्त जी का निधन हो गया!
मैथिलीशरण गुप्त का साहित्यिक परिचय
गुप्त जी का साहित्य परिचय 12वीं क्लास के एग्जाम में पूछा जाता है लेकिन सबसे बड़ी बात है यह कि गुप्त जी का जीवन परिचय साहित्य परिचय 80 शब्द में लिखने के लिए कहा जाता है
तो मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं हम भी सिर्फ 80 शब्द ही गुप्त जी के बारे में पड़ेंगे।
साहित्य परिचय
मैथिलीशरण गुप्त बचपन से ही विद्वान थे, यह बालिका वास्ता में में ही छुटपुट काव्य रचना क्या करते थे, आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के संपर्क में आने के बाद उनकी प्रेरणा से काव्य रचना करके इन्होंने हिंदी काव्य पर धारा को इसमर्द किया था,
इनकी कविता में राष्ट्र भक्ति एवं राष्ट्रप्रेम के स्वर मुख्य रूप से मिले हैं, इसी कारण हिंदी साहित्य के तत्कालीन विद्वानों ने इन राष्ट्रकवि की उपाधि से सम्मानित किया था,
आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के संपर्क में आने के बाद उनकी प्रेरणा से जब काम में रचनाएं की तो इनकी रचनाएं सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित होने लगी.
इन की सबसे पहली पुस्तक रंग में भंग 1909 में प्रकाशित हुई थी और 1912 में भारत भारती पुस्तक प्रकाशित हुई थी
साहित्य परिचय लिखने के बाद आपसे कुछ इनके बारे में लिखने के लिए कहा जाएगा।
जैसे – प्रमुख रचनाएं, भाषा शैली, साहित्य में स्थान
मैथिलीशरण गुप्त की प्रमुख रचनाएं
साकेत, भारत – भारती, यशोधरा, द्वापर पंचवटी, सिद्धराज, आदि मैथिलीशरण गुप्त की प्रमुख रचनाएं हैं!
मैथिलीशरण गुप्त की भाषा – शैली
गुप्त जी की भाषा सरल एवं खड़ी बोली है इनकी भाषा में छंद तथ अलंकार का प्रयोग हुआ है!
मैथिलीशरण गुप्त का हिंदी साहित्य में स्थान
मैथिलीशरण गुप्त महाकवि थे और मैथिलीशरण गुप्त ने अपने जीवन में कई पुस्तकें लिखीं जैसे के रंग में भंग भारत – भारती आदि!
बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
दोस्तों अब हम मैथिलीशरण गुप्त के कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न पढ़ने वाले हैं जो कि 12वीं कक्षा में पूछे जाते हैं!
1 साकेत के लेखक का नाम है ?
मैथिलीशरण गुप्त
2. मैथिलीशरण गुप्त की कविता का नाम किया है ?
भारत भारती
3. द्वापर के लिखने वाले का नाम क्या है ?
मैथिलीशरण गुप्त
4. रस कलश किसकी रचना है उसका नाम बताइए ?
मैथिलीशरण गुप्त की
5 कुणाल गीत लिखा है किसके द्वारा ?
मैथिलीशरण गुप्त के
6. यशोधरा के लेखक का क्या नाम है और यह काव्य ग्रंथ किसका है ?
मैथिलीशरण गुप्त
7. जयद्रथ वध के रचनाकार का क्या नाम है ?
मैथिलीशरण गुप्त
8. मैथिलीशरण गुप्त के काव्य ग्रंथ का नाम बताइए ?
झंकार और सिद्ध राज काव्य ग्रंथ मैथिलीशरण गुप्त के हैं
9. मिलन यामिनी किसकी रचना है ?
मैथिलीशरण गुप्त की
10. आनंघ और नहुष की रचना करने वाले का नाम क्या है ?
मैथिलीशरण गुप्त
मैथिलीशरण गुप्त के पाठ्य का संदर्भ
दोस्तों आप से 12वीं क्लास के पेपर में संदर्भ भी लिखने के लिए कहा जाता है, अगर आपको संदर्भ लिखना नहीं आता है तो मैं आपको लिखना भी सीख आऊंगा और मैथिलीशरण गुप्त के पाठ का संदर्भ क्या है वह भी आपको बताने वाला हूं तो चलिए आगे बढ़ते हैं!
संदर्भ
यह पाठ्य पुस्तक मैथिलीशरण गुप्त के द्वारा लिखा गया है और इस पाठ का नाम है कैकेई का अनुताप
दोस्तों इसी प्रकार से आपको एक लाइन में यह पाठ का संदर्भ लिखना होता है इसमें आपको पाठ के लेखक और पाठक का नाम बताना होता है कि यह कौन सा पार्ट है पाठ कैसे पहचानना है
उसके लिए आपको दो लाइन का पैराग्राफ दिया जाता है आपक पहचान कर लिखना होता है!
निष्कर्ष
में उम्मीद करता हु की आपको आज का लेख पसंद आया होगा अगर यह जानकारी पसंद आई हो तो इसको अपने दोस्तों के पास शेयर जरूर करे और आपका कोई सबाल हो तो मुझे कमेंट करे!