अगर आप 10वि कक्षा या 12वि कक्षा के छात्र है तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए। इस लेख के माध्यम से अलंकार कितने प्रकार के होते है ? यह आपको सीखने को मिलेगा। और साथ में अलंकार की परिभाषा क्या होती है। यह भी आपको इस पोस्ट में पढ़ने को मिलेगा।

अगर आप इस बार 10th या 12th के बोर्ड एग्जाम में जाने बाले है तो आपको अलंकार के बारे में जरूर पढ़ना चाहिए। क्यूंकि 10th और 12th के एग्जाम में अलंकार का 2 नंबर का प्रश्न हर साल पूछा जाता है तो इसको पढ़कर याद जरूर कर ले।
अलंकार कितने प्रकार के होते है
अलंकार मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है, 1 शब्दालंकार और 2 अर्थालंकार और इन दोनों अलंकारों के भी अलग-अलग भाग होते है! जिसके नाम मैंने इस लेख में मैंने आगे लिखे है! शब्दालंकार और अर्थालंकार के प्रकार और परिभासा जानने के लिए पढ़े!
- शब्दालंकार
- अर्थालंकार
तो चलिए अब हम शब्दालंकार और अर्थालंकार के एक एक करके प्रकार पढ़ लेते है और इनकी परिभासा किया है यह भी याद करे!
शब्दालंकार कितने प्रकार के अलंकार है?
अगर आप नौवीं कक्षा के छात्र हो और 9 से लेकर अगर बारहवीं कक्षा के बीच के छात्र हो तो आपको यह जरूर मालूम होना चाहिए। कि शब्द अलंकार कितने प्रकार के होते हैं
अगर आपको मालूम नहीं है तो मैं आपको बता दूं! शब्दालंकार मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं अनुप्रास, यमक, श्लेष,
- अनुप्रास अलंकार
- यमक अलंकार
- श्लेष अलंकार
अनुप्रास अलंकार, यमक अलंकार, और श्लेष अलंकार, सभी अलंकार के हम अब एक-एक करके परिभाषा पड़ेंगे। उससे पहले हम पढ़ लेते हैं कि अर्थ – अलंकार के कितने प्रकार होते हैं?
अर्थालंकार के कितने प्रकार होते हैं?
दोस्तों अर्थालंकार के कितने प्रकार होते हैं अगर आपको मालूम नहीं है तो आपको मालूम होना चाहिए इसके अनेक प्रकार होते हैं! लेकिन मैं आपको बता दूं! अगर आप 12वीं कक्षा के छात्र हो तो आपको अर्थालंकार पढ़ने की आवश्यकता नहीं है!
लेकिन अगर आप 12वीं कक्षा के नीचे के छात्र हो तो आपको जरूर पढ़ना चाहिए। कि अर्थालंकार के कितने प्रकार होते हैं? तो चलिए सभी के नाम पढ़ लीजिए !
अर्थालंकार के नाम
- उपमा अलंकार
- रूपक अलंकार
- उत्प्रेक्षा अलंकार
- उपमेयोपमा अलंकार
- अतिश्योक्ति अलंकार
- प्रतिवस्तुप्मा अलंकार
- दृष्टांत अलंकार
- अर्थान्तरन्यास अलंकार
अब दोस्तों आप अर्थालंकार के सभी नाम पढ़ चुके है, अब मैं सबके परिभाषा आपको एक एक करके पढ़ाने वाला हूं! बहुत ही आसान भाषा में और मैं आपको यह सभी परिभाषा उदाहरण के जरिए से पढ़ाकर याद करा दूंगा।
अगर आप एक बार इसको पूरा पढ़ लेते है तो आपको दोबारा पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। आपको एक बार ही पढ़ने में अर्थालंकार के सभी प्रकार की परिभाषा याद हो जाएंगे।
लेकिन मैं आपको बता दूं मैं सिर्फ आपको शब्दालंकार के प्रकार ही पढ़ाने वाला हूं! क्योंकि 12वीं कक्षा में शब्दालंकार की परिभाषा ही पूछे जाते हैं! और अगर आप अर्थ अलंकार की परिभाषा भी और उसके प्रकार के भी परिभाषा पढ़ना चाहते हो!
तो कमेंट करके मुझे बता दे मैं उसकी भी बहुत आसान भाषा में आपको परिभाषाए याद करा दूंगा ! चलिए तो अब हम पढ़ना शुरू करते हैं ! और पहले पढ़ते है की अलंकार किसे कहते हैं?
अलंकार किसे कहते हैं?
जब किसी कारण किसी भी चीज की शोभा बढ़ जाती है, जैसे कि हम मकान को बनाते हैं, लेकिन जब हम मकान को बनाने के बाद उस पर प्लास्टर, फरस, करने के बाद पेंट करवाते हैं! तो मकान सुंदर लगने लगता है और मकान की शोभा बढ़ जाती है!
तो किसी भी वस्तु की शोभा बढ़ने को अलंकार कहते हैं, लेकिन अलंकार में मकान की सुंदरता का उदाहरण नहीं होता है! अलंकार में हम शोभा हिंदी या इंग्लिश वाक्य की शोभा बढ़ने को कहते है!
अलंकार की परिभाषा – जब किसी काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्वों का निर्माण होता है, तो इसे अलंकार कहते हैं!
दोस्तों आप यह तो जानते ही हो कि अलंकार दो प्रकार के होते हैं शब्दालंकार और अर्थालंकार तो चलिए अब हम एक एक करके दोनों को पढ़ते है!
अर्थालंकार की परिभाषा क्या है?
जब किसी काव्य में किसी वाक्य में अर्थ की माध्यम से उसकी शोभा बढ़ जाती है तो उसको अर्थालंकार कहते हैं !
जैसे – कि किसी व्यक्ति ने आपसे पूछा कि आप कहां जा रहे हो तो आपका जवाब होगा !
मैं घर जा रहा हूं, लेकिन अगर आप इसके बजाए यह बता दो कि मैं घर किस चीज से जा रहा हूं, जैसे कि मैं घर अपनी गाड़ी से जा रहा हूं तो यह ठीक रहेगा। और इससे आपके उत्तर की शोभा बढ़ जायगी तो इसको ही अर्थालंकार कहते है!
अब आप समझ चुके होगे। कि जब अर्थ के माध्यम से किसी वाक्य की शोभा बढ़ जाती है तो उसे अर्थालंकार कहते हैं,
शब्दालकार की परिभाषा क्या है?
जब किसी वाक्य में शब्दों के माध्यम से उसकी शोभा बढ़ जाती है, उसमें नया चमत्कार उत्पन्न हो जाता है, तो इसी को शब्दालंकार कहते हैं! शब्दालंकार तीन प्रकार के होते हैं ! अब हम शब्दालकार के तीन प्रकार को विस्तार में पढ़ते हैं।
- अनुप्रास अलंकार
- यमक अलंकार
- श्लेष अलंकार
अनुप्रास अलंकार की परिभाषा क्या है?
वर्णों की आवर्ती को अनुप्रास अलंकार कहते हैं! जब समान वर्णों की बार – बार आवृत्ति होती है चाहे उनके मतलब अलग – अलग हो तो इसी को अनुप्रास अलंकार कहते हैं।
यमक अलंकार की परिभाषा क्या है?
यमक का अर्थ होता है योग – मैया या जोड़ा जहां पर एक शब्द का एक से अधिक बार प्रयोग होता है, तो इसको यमक अलंकार कहते हैं। जब एक शब्द बार – बार एक ही बाक्य में लौटकर आता है तो इसी को यमक अलंकार कहते हैं।
श्लेष अलंकार की परिभाषा क्या है?
दोस्तों जिस शब्द के एक से अधिक अर्थ होते हैं उसे श्लेष अलंकार कहा जाता है।
निष्कर्ष
आज के पोस्ट में हमने अलंकार के बारे में पढ़ा है जैसे की अलंकार कितने प्रकार के होते है ? और सभी अलंकार की परिभाषा क्या किया होती है, में उम्मीद करता हु की आपको यह लेख पसंद आया होगा। और आपको सब समझ भी आया होगा।
अगर आपको इस पोस्ट से फायदा हुआ हो तो इसको अपने दोस्तों के पास शेयर जरूर करे! धन्यबाद।